लंका दहन के दृश्य से भावविभोर हुए श्रद्धालु, लखनऊ के ऐशबाग में रामोत्सव-2025 का आयोजन
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10/1/2025, 8:55:35 AM
लखनऊ, अमृत विचार : ऐशबाग के एतिहासिक रामलीला मैदान में भास्कर नृत्य कला केंद्र कोलकाता के कलाकारों ने रामोत्सव-2025 में अशोक वाटिका में सीता और रावण संवाद, किष्किंधा पर्वत पर राम-लक्ष्मण संवाद, लक्ष्मण का सुग्रीव पर क्रोध, सीता की खोज के लिए वानर दल का निकलना, स्वयंप्रभा का मिलना, सम्पाती मिलन, हनुमान का समुद्र लांघ कर लंका में प्रवेश, विभीषण हनुमान संवाद, हनुमान का सीता से संवाद, अशोक वाटिका विध्वंस, अक्षयकुमार वध, हनुमान का मेघनाथ द्वारा ब्रह्मपास बंधन, रावण दरबार में हनुमान का संवाद व लंका दहन के दृश्यों को देखकर दर्शक भाव विभोर हो गये। मंगलवार को वर्षा के बाद भी रामलीला देखने वालों की भीड़ से मैदान भरा रहा। सेक्टर ए सीतापुर रोड योजना कालोनी में चल रही रामलीला में मंगलवार को अशोक वाटिका उजाड़े जाने से नाराज रावण ने हनुमान की पूंछ में आग लगवा दी। पूंछ में आग लगी तो हनुमान ने कहा हे दुष्ट रावण अब यही पूंछ तेरा अभिमान चूर कर देगी। हनुमान अपनी पूंछ से पूरी लंका में आग लगा देते हैं, और पूरी लंका धू-धू कर जल उठती है। रामलीला के चौथे दिन का शुभारंभ वनवासी राम, सीता, लक्ष्मण की आरती से हुआ। कलाकारों ने राम हनुमान भेंट, सुग्रीव मित्रता, बालि वध, सीता की खोज, लंका दहन का मंचन किया। लंका दहन का दृश्य देख हनुमान के चरित्र पर फ़िदा हो गये दर्शक। अपनी पूंछ की आग बुझाकर हनुमान सीता के सम्मुख आ खड़े हुए। सीता ने उन्हें चूड़ामणि दी और कहा कि इसे राम को दे देना। इसके बाद हनुमान सागर पार कर वानरों के पास आ जाते हैं। रामलीला समिति महानगर की ओर से चल रहे रामलीला महोत्सव में मंगलवार को सीताहरण और शबरी लीला का प्रभावशाली मंचन किया गया। जब कपट मृग को को राम का तीर लगता है वह अपने असली रूप में आकर हा लक्ष्मण हा लक्ष्मण कहता है, शोर को सुनकर सीता को आशंका होती है कि राम किसी संकट में हैं, वह लक्ष्मण को उनकी मदद के लिए भेजती हैं उसी समय में योगी भेस में आया रावण सीता का हरण कर लेता है। जब पंचवटी में सीता नहीं मिलतीं तो राम विलाप करने लगते हैं। सीता की खोज के दौरान उन्हें घायल जटायु मिलते हैं। रास्ते में शबरी का आश्रम मिलता है जो बेर बीनते हुए कह रही हैं कि रामा रामा रटते रटते बीती रे उमरिया, रघुनंदन कब आओगे भीलनी की डगरिया। शबरी की भक्ति भाव देखकर राम भाव विह्वल हो जाते हैं। शबरी उन्हें किष्किंधा पर्वत पर रह रहे राजा सुग्रीव का पता बताती हैं। हनुमान उन्हें सुग्रीव के पास लेकर जाते हैं। राम बाली को मारकर उनका राज्य उन्हें वापस दिलाते हैं। मरता हुआ बाली राम से कहता है कि मेरे पुत्र अंगद को अपना दास बना लीजिए। सीता की खोज में हनुमान लंका जाते हैं और वहां अशोक वाटिका में सीता को देखते हैं और उन्हें प्रभु राम की निशानी उनकी मुद्रिका देते हैं। अब हनुमान जी उन्हें बताते हैं कि मैं प्रभु राम का दूत हनुमान हूं। आप धीरज रखें राम आपको इस बंधन से मुक्त कराएंगे। फिर वह अशोक वाटिका में लगे नाना प्रकार के फलों को खाने लगते हैं। अशोक वाटिका से फल तोड़कर हनुमान ने रामलीला में आए श्रद्धालुओं में भी वितरित किया। अशोक वाटिका को उजाड़ने के जुर्म में रावण हनुमान की पूंछ में आग लगवा देते हैं। जैसे ही हनुमान की पूंछ में आग लगती है वह एक महल से दूसरे महल और भवनों में कूदते फांदते आग लगाने लगते हैं, और पूरी लंका में हाहाकार मच जाता है। रामलीला में यशी लोहुमी, फाल्गुनी लोहुमी, अनुराधा मिश्रा, हेमा जोशी, राजेश त्रिपाठी, महेंद्र पन्त, बृजेश दीक्षित और पंकज त्रिपाठी ने उल्लेखनीय भूमिकाएं निभाईं। आलमबाग के वेजीटेबिल ग्राउंड में चल रही रामलीला में मंगलवार को संजीवनी बूटी की मदद लक्ष्मण पुनः स्वस्थ हो जाते हैं। लक्ष्मण और हनुमान सुग्रीव, अंगद एवं वानर सेना के साथ मेघनाथ का वध करने के लिए कूच कर देते हैं। भयंकर युद्ध के बाद आखिरकार मेघनाथ मारा गया। मेघनाथ की मौत के बाद रावण ने कुंभकर्ण को मैदाने जंग में उतार दिया लेकिन अंततः वो भी मारा गया।