Navi Mumbai Airport: इंतजार खत्म! पीएम मोदी 8 अक्टूबर को कर सकते है नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट और मेट्रो 3 लाइन का उद्घाटन | 🇮🇳 LatestLY हिन्दी

10/1/2025, 10:36:32 AM
Navi Mumbai Airport: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) 8 और 9 अक्टूबर को नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Navi Mumbai International Airport) और मेट्रो-3 (Metro-3) के अंतिम चरण का उद्घाटन कर सकते है. इसके साथ ही मुंबई की मेट्रो नेटवर्क विस्तार की कई अहम परियोजनाओं का भी शुभारंभ होगा.पहले 30 सितंबर को उद्घाटन की तारीख बताई गई थी, लेकिन अब आधिकारिक तौर पर इसे अक्टूबर के दूसरे सप्ताह के लिए निर्धारित किया गया है, जो कि इंटरनेशनल फिनटेक महोत्सव (International Fintech Festival) के लिए प्रधानमंत्री मोदी की मुंबई यात्रा के साथ मेल खाता है.मेट्रो-3 के अंतिम फेज का उद्घाटन हो जाने के बाद, 33.5 किलोमीटर लंबा कोलाबा-बांद्रा-सीप्ज़ कॉरिडोर पूरी तरह से चालू हो जाएगा. प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले अक्टूबर 2024 में आरे और बीकेसी के बीच पहले चरण का उद्घाटन किया था, और मई 2025 में बीकेसी से आचार्य अत्रे रोड तक दूसरे चरण का उद्घाटन किया था. ये भी पढ़े:VIDEO: नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन से पहले व्यवस्था का निरीक्षण करने पहुंचे गौतम अडानी, कही ये दिल छू लेने वाली बात वही नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Navi Mumbai International Airport) के उद्घाटन से पहले, अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी (Gautam Adani) बुधवार को स्थल का निरीक्षण करने पहुंचे. वहां उन्होंने कहा कि इस एयरपोर्ट को हजारों हाथों और दिलों ने मिलकर बनाया है. अपने इस दौरे के दौरान गौतम अदाणी ने एयरपोर्ट के कर्मचारियों से भी मुलाकात की और बातचीत की. अरबपति उद्योगपति ने एयरपोर्ट के विकास में काम करने वाले दिव्यांग सहयोगियों, निर्माण श्रमिकों और अन्य स्टाफ सदस्यों के प्रयासों को सलाम किया और उनका आभार व्यक्त किया. गौतम अदाणी ने सोशल मीडिया (Social Media) प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, '8 अक्टूबर को नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन से पहले, मैंने हमारे दिव्यांग सहयोगियों, निर्माण श्रमिकों, महिला कर्मचारियों, इंजीनियरों, कारीगरों, अग्निशमन कर्मियों और उन गार्डों से मुलाकात की, जिन्होंने इस विजन को साकार करने में मदद की.उन्होंने आगे कहा, 'मैंने यहां एक जीवंत चमत्कार की धड़कन महसूस की है और यह एक ऐसा स्मारक है, जिसे हजारों हाथों और दिलों ने मिलकर बनाया है.