ST Bus Fare: महाराष्ट्र के लोगों के लिए बड़ी राहत! 10 प्रतिशत बस का किराया बढ़ाने का फैसला किया रद्द, मंत्री प्रताप सरनाईक ने दिया आदेश | 🇮🇳 LatestLY हिन्दी

ST Bus Fare: महाराष्ट्र के लोगों के लिए बड़ी राहत! 10 प्रतिशत बस का किराया बढ़ाने का फैसला किया रद्द, मंत्री प्रताप सरनाईक ने दिया आदेश | 🇮🇳 LatestLY हिन्दी

10/1/2025, 1:11:11 PM

ST Bus Fare: महाराष्ट्र (Maharashtra) में एसटी बसों (ST Bus) का किराया 10 प्रतिशत बढ़ाने का निर्णय लिया गया था. लेकिन अब उसे वापस लिया गया है. दिवाली से पहले लोगों के लिए ये बड़ी राहत है.उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने मंत्री प्रताप सरनाईक (Pratap Sarnaik) को किराया बढ़ाने का फैसला वापस लेने का आदेश दिया. पहले ही राज्य में कई जगहों पर बाढ़ और बारिश के कारण किसान परेशान थे, जिसके कारण लोगों में काफी नाराजगी थी. जिसके बाद परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने किराया बढ़ाने का निर्णय वापस लिया है. हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी दिवाली के दौरान 15 अक्टूबर से 5 नवंबर तक एसटी टिकट की कीमतों में 10 प्रतिशत की वृद्धि की घोषणा की गई. ये भी पढ़े:महाराष्ट्र में फेस्टिव सीजन में बढ़ा बस किराया, 15 अक्टूबर से सफर होगा 10% महंगा बता दें की पिछले कई दिनों से जारी बारिश के कारण राज्य के कई जिलों में बाढ़ (Flood) जैसे हालात हो गए है. किसानों की हजारों हेक्टर फसल खराब हो गई है.एकनाथ शिंदे ने सुझाव दिया था कि महाराष्ट्र में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए सरकार को एसटी किराया वृद्धि रद्द (Cancellation of Fare Hike) कर देनी चाहिए. प्रताप सरनाईक ने एसटी प्रशासन को किराया वृद्धि रद्द करने का आदेश दिया है.सरकार ने किराया 10 प्रतिशत बढ़ाने का फैसला किया था, जिससे टिकट की कीमतें बढ़ गईं थी. दिवाली (Diwali) के दौरान बड़ी संख्या में लोग एसटी बसों से यात्रा करते हैं.त्योहारी सीजन में एसटी किराए में बढ़ोतरी से नागरिकों में भारी नाराजगी थी.उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा,'एसटी महामंडल हर साल दिवाली के दौरान किराए में 10 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी करती है. इससे महामंडल (ST Mahamandal) को आमतौर पर 30 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होता है.हालांकि, इस वर्ष राज्य में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक को महामंडल द्वारा अपवाद के तौर पर घोषित 10 प्रतिशत किराया वृद्धि को रद्द करने का निर्णय लेने का निर्देश दिया गया.