Putin to Visit India in December 2025 for Key Meeting with PM Modi Amid Trump Tensions | ट्रंप को लगेगा बड़ा झटका! PM मोदी से ख़ास मुलाकात करने भारत आएंगे पुतिन, फाइनल हुई दौरे की तारीख | News Track in Hindi

10/1/2025, 12:49:16 PM
Putin India Visit 2025: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ रूसी तेल आयात को लेकर चल रहे व्यापारिक तनाव के बीच एक बड़ी कूटनीतिक खबर सामने आई है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जल्द ही भारत दौरे पर आ रहे हैं। पुतिन का यह दौरा 5-6 दिसंबर को हो सकता है, जहाँ उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से होगी। इस दौरे को भारत की 'राष्ट्र हित सर्वोपरि' की नीति की पुष्टि और अमेरिका के दबाव को खारिज करने के तौर पर देखा जा रहा है, जिससे अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को 'मिर्ची लगना स्वाभाविक' है। अमेरिका की सख्ती ने बढ़ाया मॉस्को-नई दिल्ली का प्यार भारत और रूस के बीच दशकों से संबंध अच्छे रहे हैं, लेकिन पिछले कुछ समय से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर रूसी तेल खरीदने को लेकर जो सख्ती दिखाई है, उसने मॉस्को और नई दिल्ली के बीच के संबंधों को और बेहतर बनाया है। ट्रंप का दबाव: ट्रंप प्रशासन पिछले कई वर्षों से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करना चाहता है और उन देशों पर प्रतिबंध लगा रहा है, जो रूस से तेल आयात करते हैं। भारत का रुख: भारत ने साफ किया है कि वह केवल राष्ट्र हित में वही कदम उठाएगा जो उसके लिए आवश्यक हैं, और यही कारण है कि भारत ने रूस से तेल आयात जारी रखा है। टैरिफ की चोट: इसी आयात के कारण ट्रंप ने पहले भारत पर 25 फीसदी का टैरिफ लगाया था, लेकिन बाद में तेल खरीदने की वजह से इसमें 25 फीसदी की और बढ़ोतरी कर दी, जिससे दोनों देशों के संबंधों में तनाव आ गया। ट्रंप को हिलाने वाला 'तिकड़ी मिलन' हाल ही में चीन के तियानजिन में आयोजित एससीओ समिट के इतर पीएम मोदी, रूसी राष्ट्रपति पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात हुई थी। इस 'तिकड़ी मिलन' की सामने आई तस्वीरों ने अमेरिका को हिलाकर रख दिया था, जिसके बाद ट्रंप ने भी दोबारा भारत से संबंध सुधारने की कोशिश की थी।पुतिन का आगामी भारत दौरा भी इसी पृष्ठभूमि में हो रहा है, जहाँ दोनों देश अपनी रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करेंगे, खासकर ऊर्जा और रक्षा क्षेत्रों में। यूएन और एनएसए के दौरे से तय हुआ कार्यक्रम पुतिन के इस दौरे के बारे में सबसे पहले ऐलान एनएसए अजीत डोभाल के मॉस्को दौरे के दौरान किया गया था। इसके बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने पुतिन के भारत दौरे की जानकारी दी थी। भारत भी रूस और यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के पक्ष में है। पीएम मोदी ने पुतिन के साथ अपनी पिछली बातचीत के दौरान भी कई बार युद्ध खत्म करने की अपील की है। चीन में एससीओ समिट के इतर हुई बातचीत में भी पीएम मोदी ने यूक्रेन में संघर्ष को सुलझाने के लिए रूस के प्रयासों का स्वागत किया था। उन्होंने रूस और भारत के बीच घनिष्ठ संबंधों की सराहना की और कहा कि द्विपक्षीय सहयोग वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। पुतिन का यह दौरा न सिर्फ दोनों देशों के बीच संबंधों को नई ऊँचाई देगा, बल्कि यह भी स्पष्ट करेगा कि भारत अपनी विदेश नीति और व्यापारिक फैसले किसी बाहरी दबाव के आगे नहीं झुकेगा।