कांग्रेस ने राजस्थान विश्वविद्यालय में आरएसएस के कार्यक्रम और एनएसयूआई नेता की गिरफ्तारी की निंदा की

10/1/2025, 2:49:56 PM

जयपुर, एक अक्टूबर (भाषा) कांग्रेस ने राजस्थान विश्वविद्यालय परिसर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का कार्यक्रम किए जाने की अनुमति देने और तोड़फोड़ के आरोप में 'नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया' (एनएसयूआई) के प्रदेश अध्यक्ष को गिरफ्तार किये जाने को लेकर बुधवार को राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की निंदा की। विश्वविद्यालय में आरएसएस के विजयादशमी कार्यक्रम के खिलाफ कांग्रेस की छात्र शाखा एनएसयूआई ने मंगलवार को विरोध प्रदर्शन किया था, जबकि यहां भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। हालांकि एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को मुख्य गेट से प्रवेश की अनुमति नहीं थी, फिर भी कुछ कार्यकर्ता दूसरे गेट से परिसर में प्रवेश करने में सफल रहे और उस खेल मैदान तक पहुंच गए, जहां आरएसएस का कार्यक्रम शुरू होने वाला था। उन्होंने कथित तौर पर कार्यक्रम का पोस्टर फाड़ दिया और पार्किंग व्यवस्था के लिए वहां मौजूद आरएसएस के कुछ स्वयंसेवकों के साथ विवाद किया। चूंकि बारिश हो रही थी, इसलिए मैदान खाली था। यद्यपि झड़प संक्षिप्त थी, लेकिन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया। झड़प के दौरान छात्र संगठन के अध्यक्ष विनोद जाखड़ सहित कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। कांग्रेस ने जाखड़ को रिहा करने की मांग की और आरोप लगाया कि पुलिस ने एनएसयूआई नेताओं के वाहनों की खिड़कियों को क्षतिग्रस्त कर दिया। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वाहनों को नुकसान पहुंचाने के लिए जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और उनके कृत्य को भाजपा सरकार की मनमानी का उदाहरण बताया। उन्होंने पूछा, ''राजस्थान विश्वविद्यालय में कल एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के खिलाफ आरएसएस और पुलिस द्वारा की गई हिंसा विश्वविद्यालय प्रशासन की गलती है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने आरएसएस को परिसर में शस्त्र पूजा समारोह आयोजित करने की अनुमति क्यों दी?'' राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा, ''एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने कल (मंगलवार को) शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन किया था, लेकिन आरएसएस के सदस्यों ने उनपर लाठियों से हमला किया, जबकि पुलिस मूकदर्शक बनी रही। क्या पुलिस बल से यही अपेक्षा की जाती है? यह लोकतंत्र नहीं, तानाशाही है।'' अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा, ''यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि शैक्षणिक संस्थानों को राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र बनाया जा रहा है। राजस्थान विश्वविद्यालय में आरएसएस का शस्त्र पूजन कार्यक्रम का उद्देश्य परिसर का राजनीतिकरण करना था और ये अनुचित था।''