Varanasi news: जेन जी का गोल सेट, सरकारी सिस्टम से जुड़ने को रेडी

10/1/2025, 3:40:19 PM
वाराणसी (ब्यूरो)। महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान, स्वावलंबन, स्वास्थ्य, सशक्तिकरण के लिए मिशन शक्ति 5.0 अभियान की शुरुआत नवरात्र के साथ हुई। मिशन शक्ति-5 जेन जी के अंदर एक अलग तरह की ऊर्जा का संचार कर रही है। सरकार का मकसद है कि जेन जी, खासकर लड़कियां समाज की हर चुनौतियों से लड़ने के लिए पहले से ही तैयार रहें। इसी के तहत लड़कियों में आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता बढ़ाने, प्रशासनिक जिम्मेदारियों का अनुभव कराने के उद्देश्य से वाराणसी में एक दिन के लिए जिया श्रीवास्तव को नगर आयुक्त, रोशनी को एसीपी तो आयुषी विश्वकर्मा को प्रिंसिपल को बनाया गया। इसके अलावा कई छात्राओं को विभिन्न थानों का प्रभारी भी बनाया गया। संबंधित अधिकारियों की मौजूदगी में इन लड़कियों ने महिला फरियादियों की समस्याएं सुनीं और अपनी कुशलता व नेतृत्व क्षमता के जरिए उसका निस्तारण भी किया। एक दिन के लिए जिम्मेदार पद संभालने वाली जिया, आयुषि और रोशनी ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट से अपने अनुभव भी साझा किए. आईएएस बनना ही मेरा गोल मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत नगर निगम में आयोजित संभव जनसुनवाई में एक दिन के लिए भगवानपुर सनबीम की कक्षा-12 की जिया श्रीवास्तव नगर आयुक्त बनीं। कुल 5 शिकायतें जिया ने सुनीं। तत्काल संबंधित विभाग के अधिकारियों को निस्तारण के लिए अग्रसारित किया। जिया श्रीवास्तव ने बताया, पुरुष प्रधान देश में महिलाओं को आगे बढ़कर बड़ी जिम्मेदारियों को निभाना होगा। अभी तक मेरा नेवी में जाने का मन था, लेकिन अब मेरा गोल आईएएस बनने का है। देश में समस्याएं बहुत हैं, इसलिए उसका निस्तारण कराना बहुत जरूरी है. लगा रीयल में प्रिंसिपल बन गई हूं राजकीय हाईस्कूल करधना सेवापुरी वाराणसी में कक्षा-9 की छात्रा आयुषी विश्वकर्मा को एक दिन के लिए प्रिंसिपल बनाया गया। आयुषी के सामने कई छात्राओं ने अपनी समस्याएं रखीं। एक छात्रा ने दक्ष कप्यूटर टीचर की डिमांड भी रखी। इस पर आयुषी ने बहुत ही बेबाकी से कंप्यूटर टीचर के बारे में संबंधित अधिकारी से इस संबंध में अवगत कराकर तत्काल उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया। प्रिंसिपल मनोज कुमार ने बताया, आयुषी बहुत ही होनहार छात्रा है। विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर वह अपनी बात बहुत ही बेबाकी से रखती है। इसलिए मिशन शक्ति अभियान के तहत उसे ही एक दिन के लिए प्रिंसिपल बनाया गया। आयुषी बताती हैं कि उन्हें लगा कि वह रीयल में ही प्रिंसिपल बन गई हैं। वह शिक्षा क्षेत्र में जाना चाहती हैं। उनका टारगेट देश के नामी यूनिवर्सिटी का प्रोफेसर बनना है। इसके लिए अभी से ही माइंड सेट है। मेरे पापा भी टीचर हैं. आईपीएस बनना चाहती हैं रोशनी व रानी महिला शक्ति 5.0 अभियान के तहत दो नन्ही बच्चियां रोशनी और रानी को एक दिन के लिए एसीपी साइबर क्राइम का चार्ज दिया गया। पुलिस लाइन स्थित साइबर क्राइम कार्यालय में पहुंचकर दोनों बच्चियों ने सभी पुलिसकर्मियों से परिचय प्राप्त किया। जैसे ही बच्चियां अधिकारी दफ्तर से होकर गुजरीं, हर पुलिसकर्मी ने उन्हें सैल्यूट किया। एसीपी के रूप में रोशनी और रानी ने कार्यालय के विभिन्न डेस्कों का निरीक्षण किया। यह भी जाना कि साइबर अपराधों की जांच और कार्रवाई किस तरह होती है। रोशनी और रानी ने बताया कि एक दिन के लिए पुलिस अफसर बनकर बहुत ही अच्छा लगा। आगे वे भी आईपीएस बनकर देश सेवा करना चाहती हैं। इसके लिए वह समय-समय पर वाराणसी में तैनात आईपीएस से मिलना भी चाहती हैं। देश में साइबर अपराध लगातार बढ़ रहा है। इससे बचने के लिए अलर्ट रहना ही सबसे बड़ा हथियार है। मिशन शक्ति की पहल 23 सितंबर से वाराणसी में हुई मिशन शक्ति 5.0 की शुरुआत 7712 महिलाओं को हेल्पलाइन नंबर से अवेयर किया गया 4677 पंफ्लेट बांटकर सरकारी योजनाओं से रूबरू कराया