Kanpur News : बड़े बेटे को मिले प्रॉपर्टी इसलिए छोटे बेटे की मां ने की हत्या

10/1/2025, 7:06:52 PM
कानपुर (ब्यूरो)। पूत कपूत सुने हैं न माता सुनी कुमातामाता के भजन और आरती में हम सबने ने इस लाइन को न जाने कितनी बार पढ़ा होगा। लेकिन चकेरी में हुए हत्याकांड ने इसे भी फेल कर दिया। 23 सितंबर को सडक़ किनारे झाडिय़ों में बोरे में मिले युवक के अधजले शव की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। इस हत्याकांड की असली सूत्रधार कोई और नहीं बल्कि उसकी सगी मां निकली। बड़े बेटे की इंटरकास्ट मैरिज के विरोध के कारण ही मां ने बड़े बेटे और बहू के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। अपने हाथों से बेटे का गला दबाया फिर चारपाई में बांधकर शव जला दिया। पुलिस ने कलियुगी मां और भाई के साथ भाभी को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। डीसीपी ईस्ट सत्यजीत गुप्ता ने बुधवार को खुलासा किया। बड़े भाई की लव मैरिज का करता था विरोध पुलिस के मुताबिक इस हत्या की दो वजह सामने आई हैं। पहली मृतक मानस पाल उर्फ छोटू के बड़े भाई प्रांजल ने इंटरकास्ट मैरिज की थी, जिसका मानस विरोध करता था। इसी विरोध की वजह से मां मंजू पाल छोटे बेटे का विरोध करती थीं और सारी प्रॉपर्टी बड़े़ बेटे के नाम करना चाहती थी। हालांकि खुलासे के दौरान मंजू से बेटे की हत्या की जानकारी मांगने पर वह फफक कर रो पड़ी। बोली कि कोई मां अपने बच्चे को मारती है क्या, लडक़ा नशे का लती था। हम नवरात्र के दिन केले लेने चले गए थे। उसने खुद ही अपने मन से आग लगा, ठीक है ऊपरवाला जानेगा। उसके लिए सब जगह लडऩे जाते थे। इस तरह से दिया था वारदात को अंजाम पुलिस के मुताबिक वारदात के दिन जब मानस घर आया तो शराब के नशे में था। बड़े भाई, उसकी पत्नी और मां ने इससे अच्छा मौका दूसरा न मिलने की बात कही। मां मंजू ने उसका गला दबा दिया। विरोध करने पर भाई और भाभी ने उसके हाथ पैर संभाले। मरने के बाद उसे चारपाई पर डालकर शव ठिकाने लगाने के लिए आग लगा दी लेकिन जल्द ही उन्हें अहसास हुआ कि कुछ ही देर में गंध से लोग आ जाएंगे, तुरंत रजाई डालकर आग बुझा दी। और ऑटो से शव लेकर मथुरापुर गांव के पास पहुंच गए, जहां शव फेंकने के बाद वापस आ गए। ये थी वारदात डीसीपी ईस्ट सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि 22 सितंबर को चकेरी के मथुरापुर गांव में एक युवक का अधजला शव बोरे में मिला था। पुलिस ने शव की पहचान के लिए फोटो सोशल मीडिया पर वायरल की थी। वायरल फोटो के आधार पर फतेहपुर के जलालपुर न्यूरी गांव के प्रधान ने पुलिस से संपर्क कर शव की पहचान रामचंद्र पाल के बेटे मानस पाल के रूप में की गई थी। इसके बाद पुलिस ने फतेहपुर के रामचंद्र पाल से संपर्क किया। रामचंद्र ने बताया कि वह मुंबई में काम करते हैं। उनका एक मकान सनिगवां के संदीप नगर में है। जहां उनकी पत्नी मंजू देवी, बड़ा बेटा प्रांजल उर्फ गोपी व बहू किरन रहती है। छोटा बेटा मानस ट्रक चालाता था। वह कभी गांव तो कभी सनिगवां में रहता था। 21 सितंबर को मानस गया था गांव डीसीपी ईस्ट के मुताबिक 21 सितंबर को मानस गांव आया था और काफी डरा हुआ था। उसने गांव के प्रधान से बड़े भाई व भाभी पर हत्या करने की आशंका भी जाहिर की थी। 22 सितंबर को वारदात हो गई। शव की शिनाख्त होने पर पिता रामचंद्र ने पत्नी मंजू देवी, बड़े बेटे प्रांजल व बहू किरन पर हत्या कर उसके शव को जलाकर फेंक देने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी। पुलिस मामले के खुलासे में जुटी और घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज तलाशी। जिसमें एक ऑटो से मंजू देवी और उसका बड़ा बेटा प्रांजल उतरते हुए कैद हो गए। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो, घटना का खुलासा हो गया। वहीं हत्यारोपी भाई से घटना की वजह पूछने पर उसने कहा कि मैने कोई हत्या नहीं की है, मैं सिर्फ उसे फेंकने के लिए मां के साथ गया था। पुलिस ने तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया। ये थी वारदात -22 सितंबर को चकेरी के मथुरापुर गांव में एक युवक का अधजला शव बोरे में मिला था। शव की पहचान रामचंद्र पाल ने अपने बेटे मानस के रूप में की गई थी। - पिता रामचंद्र ने पत्नी मंजू देवी, बड़े बेटे प्रांजल व बहू किरन पर हत्या कर उसके शव को जलाकर फेंक देने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी। - पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज तलाशी। जिसमें एक ऑटो से मंजू देवी और उसका बड़ा बेटा प्रांजल उतरते हुए कैद हो गए। - पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरी घटना का खुलासा हो गया। वारदात में बड़ी बहुत भी शामिल थी। पुलिस ने तीनों को जेल भेजा - पूछताछ में हत्यारोपी मंजू पाल ने बताया कि छोटा बेटा नशे का लती था। एसे में वह चाहती थीं कि सारी प्रॉपर्टी बड़े़ बेटे को मिले, इसलिए हत्या की साजिश रची - वारदात वाले दिन मानस शराब के नशे में आया तो बड़े बेटे और बहू के साथ मिलकर गला दबा दिया। शव चारपाई में ही जला दिया फिर बोरे में भरकर फेक दिया