राजस्थान में दो बच्चों की मौत के बाद खांसी के सिरप के 22 बैच पर प्रतिबंध
10/1/2025, 6:57:11 PM
जयपुर, एक अक्टूबर (भाषा) राजस्थान में दो बच्चों की मौत होने और पिछले दो सप्ताह में कई अन्य लोगों के बीमार पड़ने के मामलों में खांसी के एक जेनरिक सिरप की भूमिका सामने आने के बाद राज्य सरकार ने इस दवा के 22 बैच पर प्रतिबंध लगा दिया और जांच के आदेश दिए हैं। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। यह सिरप सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से वितरित किया जाता था। औषधि नियंत्रक अजय पाठक ने संवाददाताओं को बताया कि विभाग को खांसी का सिरप पीने के बाद बच्चों के बीमार पड़ने की शिकायतें प्राप्त हुई हैं। उन्होंने कहा, "हमारे औषधि निरीक्षकों ने सीकर, झुंझुनू और भरतपुर से नमूने एकत्र किए हैं। जांच रिपोर्ट तीन दिनों के भीतर आने की उम्मीद है। यह सिरप पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों को नहीं देना चाहिए।" यह मामला उस वक्त सामने आया जब सोमवार को सीकर जिले में पांच वर्षीय एक बच्चे की मौत हो गई। बच्चे की मृत्यु चिराना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर दी गई खांसी के सिरप का सेवन करने के कुछ घंटों बाद हुई। दादिया थाने के सहायक उपनिरीक्षक रोहिताश कुमार ने बताया कि मुकेश शर्मा के पुत्र नितीश को रविवार शाम चिराना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में खांसी का सिरप दिया गया था। रात में बच्चे की हालत बिगड़ गई और सोमवार सुबह अस्पताल ले जाते समय उसकी मृत्यु हो गई। इस घटना ने 22 सितंबर को भरतपुर में हुई एक अन्य घटना की ओर ध्यान आकर्षित किया, जहां दो वर्षीय सम्राट जाटव की मृत्यु हो गई थी। इस बच्चे की मृत्यु भी स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र से प्राप्त सिरप के सेवन के बाद हुई थी। इन मौतों के बाद, राजस्थान सरकार ने सिरप के 22 बैच पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है और मौजूदा भंडार को वापस लेने का आदेश दिया है।