शह मात The Big Debate: सिंधिया Vs तोमर, जंग पुरानी..पावर टसल की नई कहानी! क्या वाकई सिंधिया और तोमर के बीच कोई टसल चल रही है?

10/1/2025, 6:47:37 PM
भोपाल: MP News मध्यप्रदेश की राजनीति में इन दिनों ग्वालियर-चंबल इलाका सुर्खियों में है और वजह है केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के लगातार हो रहे ग्वालियर दौरे। दरअसल, डेढ़ साल बाद केंद्रीय मंत्री सिंधिया ग्वालियर-चंबल में एक बार फिर से एक्टिव हो गए हैं। वो अपने गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र के साथ-साथ आए दिनों ग्वालियर के विकास कार्यों की समीक्षा करते हैं। अधिकारियों को व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के आदेश देते हैं, लेकिन उनकी तमाम मीटिंग से ग्वालियर से बीजेपी सांसद और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के करीबी भारत सिंह कुशवाह नदारद रहते हैं और वो उन जगहों में निरीक्षण करने जरुर जाते हैं। जहां ज्योतिरादित्य सिंधिया पहुंचने वाले होते हैं। याकि पहुंच चुके होते हैं। इसी के चलते कांग्रेस ये आरोप लगा रही है कि ग्वालियर-चंबल में सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर बीच वर्चस्व की जंग चल रही है। MP News कांग्रेस ने जहां सिंधिया के दौरों और लेकर बीजेपी में गुटबाजी के आरोप मढ़े, तो भाजपा के पुराने दिग्गजों से लेकर सिंधिया खेमे के मंत्री प्रद्युम्न तोमर ने किसी भी प्रकार के गतिरोध और गुटबाजी को सिरे से खारिज कर दिया। कुलमिलाकर ज्योतिरादित्य सिंधिया के लगातार हो रहे ग्वालियर दौरे के बाद मध्यप्रदेश की सियासत में नई उबाल देखने को मिल रही है। कांग्रेस जहां इसे सिंधिया वर्सेज तोमर की जंग बता रही है, तो बीजेपी ऑल इज वेल का दावा कर रही है, लेकिन सवाल उठ रहे हैं कि-क्या वाकई ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेंद्र तोमर के बीच कोई टसल चल रही है? क्या सिंधिया की विकास समीक्षा तोमर को कमजोर करने की रणनीति है? क्या इस सियासी खींचातानी से 2028 में कांग्रेस को फायदा होगा? और सवाल ये भी कि-क्या पार्टी नेतृत्व ग्वालियर चंबल के दोनों दिग्गजों के बीच की चल रहे टकराव पर हस्तक्षेप करेगा? Read More: UP News: दशहरा और दीपावली के लिए 10 प्रतिशत कम होगा बसों का किराया, योगी सरकार ने लिया फैसला