Delhi ashram case: चैतन्यानंद के ठिकाने से सेक्स टॉय और पोर्न CD बरामद, चुपके से लेता था छात्राओं की तस्वीरें

10/1/2025, 6:15:32 PM
Swami Chaitanyananda Saraswati Case: स्वयंभू संत स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती का केस अब संदिग्ध होता जा रहा है। दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार बाबा के ठिकाने से एक सेक्स टॉय और कुछ पोर्न सीडी बरामद की हैं। इनमें अश्लील वीडियो की भरमार है। पुलिस के मुताबिक, दिल्ली के निजी संस्थान में 17 छात्राओं के यौन उत्पीड़न के आरोपी चैतन्यानंद सरस्वती ने महिलाओं एवं कर्मचारियों की चुपके से तस्वीरें खींचीं थीं। उनसे अश्लील बातचीत की थीं। सीसीटीवी निगरानी ऐप के जरिए छात्राओं की जासूसी भी की थी। कई दिनों तक फरार रहने के बाद रविवार को आगरा से गिरफ्तार किए गए सरस्वती का सामना उनकी तीन महिला सहयोगियों से भी कराया गया है। पुलिस के मुताबिक, ये तीनों बहनें हैं। इन्होंने छात्राओं को कथित तौर पर धमकाया और उन्हें अश्लील मैसेज को डिलीट करने के लिए मजबूर किया। पुलिस ने बताया कि इन तीन महिलाओं में से एक संस्थान की डीन और दो अन्य वार्डन थीं। अधिकारी ने बताया कि स्वयंभू बाबा के फोन की जब्ती से उसके हिंसक व्यवहार का पता चला। उन्होंने बताया कि आरोपी ने चुपके से छात्राओं और कर्मचारियों की तस्वीरें ली थीं। उन्होंने बताया, "वह महिलाओं को एयरहोस्टेस या अपने संस्थान में पद दिलाने का वादा करके लुभाता था। इसी बहाने बातचीत शुरू करता था।" पुलिस ने बताया कि चैतन्यानंद का ऑफिस एक महंगे होटल जैसा था। पुलिस के मुताबिक, आरोपी बाबा महिलाओं को गहने सहित महंगे गिफ्ट देता था। उनसे योग करते हुए अपनी तस्वीरें एवं वीडियो शेयर करने को कहता था। पुलिस ने बताया कि चैतन्यानंद के मोबाइल फोन में एक सीसीटीवी मॉनिटरिंग ऐप भी मिला है। इसके जरिए वह कैंपस और छात्रावास में छात्राओं पर नजर रखता था। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "जांच में पता चला कि फरार रहने की अवधि में आरोपी ने लंदन के नंबरों का इस्तेमाल पकड़े जाने से बचने के लिए किया था। लेकिन आखिरकार उसके आईपी एड्रेस के जरिए उसका पता लगा लिया गया।" उन्होंने बताया कि खुद को बचाने के लिए चैतन्यानंद अक्सर प्रभावशाली हस्तियों के नाम लेता था। उसने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के नाम पर पुलिस को धमकाया। यहां तक की प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से अपने संबंधों का झूठा दावा किया। ये भी पढ़ें- Cough Syrup Death: राजस्थान में कफ सिरप से दो बच्चों की मौत का दावा! मध्य प्रदेश में भी हड़कंप, खुद टेस्ट कर रहे डॉक्टर भी पीते ही हुए बेहोश अधिकारी ने बताया कि आरोपी बाबा जांच में सहयोग नहीं कर रहा था। उसने कई मौकों पर पूछताछ करने वालों को गुमराह करने की कोशिश की। पुलिस ने बताया कि चैतन्यानंद पूछताछ के दौरान बार-बार झूठ बोलता रहा। यहां तक कि सबूतों के सामने आने पर भी उसने मुंह नहीं खोला।